लेनदेन
वह व्यावहारिक कानूनी नियमावलि (शरीअत के अमली अहकामात) जो मुकल्लफ़ (भारार्पित) के कार्यों और दूसरों के साथ व्यक्ति के संबंधों को नियंत्रित (मुनज़्ज़म) करते हैं। पस इस में मुस्लिम का संबंध ऐसे व्यक्ति के साथ जुड़ा होता है जो उस से धर्म, सिविल और व्यक्तिगत प्रावधानों (दीनी और शहरी तथा शख़्सी अहकामात), वित्तीय लेनदेन (माली मामलों) और अनुबंधों (एग्रीमेंट तथा समझौता) आदि में सहमत या असहमत है।