महामारीयाँ और बीमारीयाँ
महामारी से पीड़ित होना अल्लाह के उन फ़ैसलों में से एक है जो लोगों पर -मुसलिम हों या काफ़िर- नाज़िल होती है। लेकिन विपत्ति में मुसलमान की स्थिति दूसरों की स्थिति की तरह नहीं होती है। वह उस के साथ वही मामला करता है जिस का उस के रब ने उसे हुक्म दिया है, जैसे सब्र करना, और उस के वाक़ेअ् होने से पहले शरई असबाब तथा माध्यमों द्वारा उसे प्रतिरोध करना, और जब वह नाज़िल हो जाये तो उस से उबरने की कोशिश करना।