नमाज़
नमाज़ दीन की स्तंभ है। और यह इबादतों में से जिन से सीखने की शुरूआत करना आवश्यक है उन में सब से महत्वपूर्ण है। और यह शहादतैन (दोनों गवाही) के बाद इस्लाम का दूसरा रुक्न है। और व्यक्ति का इस्लाम इस की अदाएगी के बिना पूर्ण नहीं होगा।
नमाज़ दीन की स्तंभ है। और यह इबादतों में से जिन से सीखने की शुरूआत करना आवश्यक है उन में सब से महत्वपूर्ण है। और यह शहादतैन (दोनों गवाही) के बाद इस्लाम का दूसरा रुक्न है। और व्यक्ति का इस्लाम इस की अदाएगी के बिना पूर्ण नहीं होगा।